इतना आसान नही इन पन्नों को भरना रात-रात को जग कर पढ़ना माता-पिता से दूर ,सारे सुख छोड़ कर तब जाकर होता लक्ष्य का मुँह देखना। ~(मोहित विनोद मौर्य) #writerindia.