पानी कहां ज्यादा समय के लिए कठोर हो पता है. उसे अपने अस्तित्वमेंलौटना पड़ता है। उसको तो हर मोड़ के साथ मुड़ना, हर रंग में रंगना , हर आकार में ढलना पड़ता है ,आखिर पानी कब किसी के लिए रुक पाया है उसको सरल बन के बढ़ना ही पड़ता है🌊 #shiii'soriginal ©Shikha Mehrotra