हर किसी के काम करने का अलग सुरूर होता है हर व्यक्ति में एक मज़दूर होता है।। ज़रा संभल कर चलो इन कच्ची राहों पर यहां की मिट्टी एक मज़दूर ही ढोता है।। वो कहीं भी सो जाता है आंख बंद करके कभी मखमली बिस्तर के लिए नहीं रोता है।। कभी अपमान मत करना इनका, ये वो नीव है जिसके बिना कोई मकान खड़ा नही होता है।। YourQuote Bhaijan YourQuote Dada YourQuote Taai YourQuote Jogi #yqdidi #मज़दूर_दिवस #hindishayari #newwritersclub