क्या सच्चाई, सच ,झूठ की आभूति वास्तविक रूप से जान पायी हूँ मैं,, तो क्या परमात्मा हूँ मैं, जो हर बार सही हूँ ,हर बात पर। किन्तु वो भी छलिया ही था,,तो अब क्या बोध है आत्मग्लानि मुझे ,अपनी सोच पर।। #NojotoQuote कुछ प्रश्न अपने आप से #shreyashimishra