कीना बाज़ तीली माचिस की जब भी बहार निकली सुलगने और सुलगने के लिये , आज बारिश ज़ोरों की है सोचता हूँ दिल को नादान बनाकर पूरी डिबिया को बहा दूं नव बनाकर ! badi keena baaz hai machis ki tili tu #keenabaaz ( dill me malaal ya mayel rakhne wala)