ये क्या तमाशा है मुल्क़ में हुजुर रोज नया फरमान लाते हो। आप कभी मसले में शम्शान तो कभी बीच में कब्रिस्तान लाते हो। कभी बीच में मस्जिद लाते हो। तो कभी बीच में मंदिर लाते हो। मुल्क की बुलंदी के नाम पर मुल्क़ में ही मंदि लाते हो। मंदि