जैसे कि क्रिसमस नज़दीक है, तो ऐसे में क्रिसमस से ज़्यादा बेहतरीन यादें कौन सी होंगी बताने को। मैं एक क्रिश्चियन स्कूल में पढ़ी हूं, इसलिए मुझे तो पूरे साल दिसंबर का इंतज़ार रहता था। पूरा महीना हम क्रिसमस मनाते थे। कभी कोई वर्कशॉप होती थी कभी कैंडल बनना सीखते थे। कभी येशु मसीह के नाटक की तैयारी होती थी। पूरा महीना हमारे लिए त्यौहार होता था। बाकी सब बच्चो की सर्दियों की छुट्टी 1 जनवरी से होती थी पर हमारी 20 दिसंबर से ही हो जाती थी। 20 दिसंबर के दिन क्रिसमस की पार्टी होती थी। उस दिन हम स्कूल की बोरिंग यूनिफॉर्म को छोड़ नए नए कपड़े पहन कर जाते थे। स्कूल में कई तरह के कार्यक्रम होते थे, हम क्रिसमस गीत गाते थे। सबसे ज़्यादा इंतज़ार हमें संता का होता था जो हमारे लिया हर बार नया तोहफा लाता था। यह मेरी सबसे पसंदीदा याद है।। •| संक्षिप्त निबंध |• विषय - एक याद जैसे कि क्रिसमस नज़दीक है, तो ऐसे में क्रिसमस से ज़्यादा बेहतरीन यादें कौन सी होंगी बताने को। मैं एक क्रिश्चियन स्कूल में पढ़ी हूं, इसलिए मुझे तो पूरे साल दिसंबर का इंतज़ार रहता था। पूरा महीना हम क्रिसमस मनाते थे। कभी कोई वर्कशॉप होती थी कभी कैंडल बनना सीखते थे। कभी येशु मसीह के नाटक की तैयारी होती थी। पूरा महीना हमारे लिए त्यौहार होता था। बाकी सब बच्चो की सर्दियों की छुट्टी 1 जनवरी से होती थी पर हमारी 20 दिसंबर से ही हो जाती थी। 20 दिसंबर के दिन क्रिसमस की पार्टी होती थी। उस दिन हम स्कूल की बोरिंग यूनिफॉर्म को छोड़ नए नए कपड़े पहन कर जाते थे। स्कूल में कई तरह के कार्यक्रम होते थे, हम क्रिसमस गीत गाते थे। सबसे ज़्यादा इंतज़ार हमें संता का होता था जो हमारे लिया हर बार नया तोहफा लाता था। यह मेरी सबसे पसंदीदा यादों में से एक है।। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~