तू रात की उस पहर सी है जो अपनी बाहों में सुला देती है, तू सुबह की उस सहर सी है जो अपने आँचल में छुपा लेती है, तू सागर की उस लहर सी है जो अपने आगोश में पनाह देती है, तू कुदरत़ की उस कहर सी है जो अपने गिरह में फ़ना कर देती है। तू है बड़ी ख़ास तू है एक अद्वितिय एहसास ❤️️❤️️❤️️❤️️❤️️ #तू #एहसास