झांझर (काश) वो बजती पैरों में झांझर वो होता आँगन झांझर से सरगममय। करती मृगनयनी सी नृत्य न होते कदम रूके न होते पैर सुनें।होती झांझर की झंकार पैरों में हमारे भी। बन जाती मृगनयनी हम भी हो जाता आँगन घर का हमारा भी हमारे पैरों की झांझर से सरगममय। #tarunasharma0004 #yourquotedidi #Yourquotebaba #lifequote #jhanjhar #imagination #hindipoetry #trendingquotes