* नया जमाना* छोटी छोटी सोच की बडी बडी मोच हैं, यार के ही जिस्म पे बडी बडी खरोच हैं, गाड़ी मे चढने पर गाड़ी से उतरने पर, काले चेहरे हो गए कपडे उतरने पर, सुनसान सी सडक पे आज उम्र का जोश हैं, कांच बंद गाड़ी मे गहरी धसती सोच हैं, -देशांक बंद गाड़ी मे नया ज़माना 👏