एक भुतया हवेली सा विरान हो गया दिल तेरे बिना मेरा शमशान हो गया . आहट भी नहीं आती अब इसके धड़कने की लगता है मानो जैसे सुनसान हो गया ©shahnawaz nazar official #Anhoni #Poetry #Sunsan #shayri #nojotofourlinepoetry #shahnawaznazar Rajeev Bhardwaj लेखक S K Sachin Yogendra Nath shayar Amar singh'nidhi Writer Shivani