निराधार है वो जो हाथ मे तराज़ू लिए अदालत में खड़ी है न्याय की मूरत बनकर .... व्यर्थ है कानून की किताबें सारी की सारी क्यों अधिकारों से वंचित है आज भी मेरे देश की नारी । - अदिती कपीश अग्रवाल साझा करें अपने विचार Democrats & Dissenters के साथ और हमें बताएं जब किसी को उनके अधिकारों से वंचित रखा जाता है तो यह हमारे समाज के बारे में क्या दर्शाता है। 🌸 #yqdidi #yqdnd #dndhindi #dndजबअधिकारोंसे #collabwithdnd #musingtime #YourQuoteAndMine Collaborating with Democrats & Dissenters