तस्वीर तो मैं तेरी मैं आज भी बनाता हूँ पहले कूची चलाता था अब कलम चलाता हूँ अंतर बस इतना आया तुझसे मिलने के बाद पहले रंग मिलाता था अब दिल मिलाता हूँ तस्वीर तो मैं तेरी मैं आज भी बनाता हूँ ©शिवम मिश्र