जो लिखें थे ख़त उसे, उनके हाथों जलते देखा है। आजकल के प्यार को एक पल में बदलते देखा है।। वादा था जिनका जन्मों जनम साथ रहने का। आज उसे अपने ही वादों से मुक़रते देखा है।। ✍️ सतेन्द्र गुप्ता पडरौना-कुशीनगर मो. :- 6393000233 ©Satendra gupta #Nojoto #nojotohindi #झूठावादा