आँखों से दरिया बहाकर जज्बात थामे हैं, होठो पर मुस्कान रखकर अपने अंदर सैराट थामे हैं। करना तो चाहते थे हम भी तुझसे मुलाकात, पर सीने पर पत्थर रखकर बस हालात थामे हैं। #हालात