कहिए आपके दिल का मिजाज़ कैसा है कल तक तो ठीक था मगर आज कैसा है हाल ए दिल मिरा अच्छे से जानते हो आप बारहां क्यूं पूछते हो , आंखों में राज़ कैसा है मेरी खुद्दारी से वाकिफ बखूबी होगें आप भी तो कहिए हुजूर मेरा बेबाक अंदाज़ कैसा है दिल दुखा कर यूं खैरियत पूछने का सबब क्या कहूं अज़ीज़ मेरे ये दर्द ए ताज कैसा है दगा कर गया वो मेरी मोहब्बत से मगर ए खुदा सोचता हूं मुझसे दूर होकर वो दगाबाज कैसा है रुसवा करके मोहब्बत मेरी कहो खुश हो ना चलिए छोड़िए भी मियां अब ये लिहाज कैसा है आख़िर टूट गया दिल तुम्हारा भी इश्क में जय अब कहो इस इश्क़ और आपका नाज़ कैसा है मृत्युंजय विश्वकर्मा ©mritunjay Vishwakarma "jaunpuri" #ग़ज़ल #bestgazals #lovesheyri #bestnojoto #best_lines #mjaivishwa #Rose