जब याद कभी आजाए मेरी , तो आसमान में झांक लेना , दिखे जो कोई उड़ता पँछी , तुम ऐसा उसको समझ लेना जैसे उस उड़ते पँछी में, बस मैं ही हुँ बस मैं ही हुँ। © Sushil kumar jatav जब याद कभी आजाये मेरी #Sushilkumarjatav