अविनाश-ए-मोहब्बत तब तुम मेरी बनो, धड़कन जब भी अविनाशी मैं तेरी बनू .... चाहत के किस्सो में जब तुम हो, सरगम का संगम तब तुम मेरी बनो .... सपनों में मेरे छाया जब तेरी हो, गोद में अपनी सर तब तुम मेरा रख लो .... सपनों के सपनों में तब मैं खोऊ ऐसे, तारों में एक तारा हो जैसे .... ख्वाहिश पूरी होंगी सब तब तेरी, देखो गी टूते तारें में तुम जब हमको .... खुशियों में तब तुम अपनी, खुद को जब पूरा जियो .... देखो टूता तारा फिर से जब तुम कोई, आँखे तब मैं तेरी अविनाशी बनू .... - #अविनाश #NojotoQuote