गुलाब मोहब्बत का प्रतीक बन गया, तो कभी पेरो से रौंदा गया, खुश था बहोत वो काटो में लगा, पता नहीं कैसे मतलबी इंसान के हाथ लग गया, #Rose #मतलबी_इंसान