शे'र- महफ़ूज है वो निशानी तेरी, दिल के बंद कमरे में आना तो इत्तला कर देना आ जाऊंगा मैं भी उस कमरे में 🌝प्रतियोगिता-114🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌹"वो निशानी"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I