इश्क़ नगद है, दर्द उधारी देखेंगे एक सौदे मे सौ बीमारी देखेंगे जो करते हैं, अपने मन से करते हैं इनसे उनसे राय सुमारी देखेंगे सब कहते है, क्या कहते है, कहने दो ख़्वाब तुम्हारे आँख हमारी देखेंगे एक अदद हम, इतने दुश्मन हे भगवान.. आओ सालो बारी बारी देखेंगे #RiteshRajwada #DawnSun