हौले-हौले तलहटी में ढलती शाम को निहारती हमारी गुफ़्तगू के चंद आखरी अल्फाज़ों और बिसरते एहसासों को उसे ही सौंपकर "मैं" और वो "शाम" रूख़सत हुए... Pc-Pinterest #talhati #guftagu #ehsaas #shaam #rukhsat