वो टूटी आस जैसे पेड़ों से टूटे पत्ते हों आंसू गिरते ऐसे जैसे बारिश की बूँदें हों पर हौसला मुझमें अब भी बाकी है थमना क्यों?जब मंज़िल तक पहुंचना बाकि है #TootiAas #HoslaAbBhiBaakiHai #Nojoto #NojotoHindi #Kalakaksh