कोरोना:- क्या रह गयी कमी जो फिर से आ गया कितने लोगों की तू लुटिया डुबा गया लोगों को मार के तू क्या पा गया देखें थे जो सपने उसको मिटा गया क्या रह गयी कमी जो फिर से तू आ गया बच्चों की पढ़ाई को तू एकदम से खा गया लोगों को तू इक सबक सिखा गया है अस्पताल जरूरी ये तू बता गया लोगों के आँखों में आँसू फिर से आ गया क्या रह गयी कमी जो फिर से तू आ गया लोगों के सपनों को तूने पूरा न करने दिया वो चाहते थे पढ़ना तूने पढ़ने न दिया लोगों के आँखों में भयावह दृष्य बना गया क्या रह गयी कमी जो फिर से तू आ गया अपनों को तूने, अपनों से जुदा किया लोगों के जीवन को मुश्किल बना दिया लोगों के मुहं से अन्न छीन कर क्या तू पा गया क्या रह गयी कमी जो फिर से तू आ गया लोगों का नींद और चैन चुरा गया इस आधुनिकीकरण का जड़ तू हिला गया क्या रह गयी कमी जो फिर से तू आ गया ©Gupta mukesh कोरोना तू फिर से आ गया #breakthechain #BuildingSymmetry