शान से तू खड़ा न हो सका उसे ज़बरदस्ती दूर हो के ख़ुद भी खुश न रख सका, बगीचे में कोयल की कुहक था दूर हुआ जब आँखों में आँसू तेरा भी था, कोहरम छाया ज़रूर था मगर साथ तो उसका छूटा न था, माना घर की कर्ज़ और ज़िम्मेदारियाँ हैं मगर कुछ सवाल उसके ज़हन में भी हैं, पूछती तो तेरा रूह भी होगी आख़िर फ़ायदा क्या हुआ? क्या फ़ायदा हुआ... #फ़ायदा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #skmshayari #sujitquotes #skmquotes #sujitshayari