चरागों में लौ अभी तक है बाकी, उसमें बेशक दम तो जरूर होगा, हिज़्र के बाद भी बे-ज़ार हैं उनकी आँखे, उनमें मेरा अभी गम तो जरूर होगा, कहने को तो तुम खुदा हुए मेरे, पर चश्मे-ऐ-रुसवाई खुदा का भी हुआ होगा, हूँ आबाद, तेरे ही ख्यालों से, मेरे हमदम, बेशक बर्बाद तो वो गुलशन भी हुआ होगा। #shubhuquotes