अशोक:- परिकल्पना से परे होते देखा है, मैंने चांद को पूर्ण होते देखा है, विश्वास अटल है तुम्हारा मैंने उसे ये समझाते देखा है, खैर चाहे कितनी भी जटिल क्यूँ ना हो परिस्थियां, मैंने अपने हर एक मार्ग में उसका सहयोग देखा है....):- (मेरी करुवाकी) ❤️ #srtheshayar #ashokathegreat #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqhindi #yqshayari