समय- वक़्त \nवक़्त नूर को बेनूर बना देता हैं \nवक़्त छोटे से जख्म को नासूर बना देता हैं ...\nवक़्त की कदर कर ऐ बन्दे वक़्त कोयले को कोहिनूर बना देता हैं candidate_type #kavisala Verma Jit