जिसको सौ बार देख हैरान हो चुके, फिर एक बार उसे देखने को जी चाहे । चाहे, न चाहे, जाएं जहां, उसकी परछाई मुझे नजर आए वहां । वो मदिरा, मैं साकी, हर बार उसे होंठ लगाने को जी चाहे । --Manas Priya जिसको #सौ बार देख #हैरान हो चुके, फिर एक बार उसे #देखने को जी चाहे । चाहे, न चाहे, जाएं जहां, उसकी #परछाई मुझे #नजर आए वहां । वो #मदिरा, मैं #साकी, हर बार उसे #होंठ लगाने को जी चाहे ।