जीने के खातिर सब मरे जा रहे है! ये कैसी दौड़ है के सब भागे जा रहे है!! सूरज को देख घर से निकलता हु,चाँद से मिलकर घर आता हु! ये जीवन है साहब बस यु ही दिन बीते रहे है!! ©Er Atul Saini #street #Atulsaini #ErAtulsaini