सालो लग जाते है उस बाप को इंसाफ पाने में.... और बो हैवान दारू पी रहे होते है किसी मयखाने में.... एक आवाज तक नहीं पहुंचती सरकार के कानों में.... कि किसी बेटी का जनाजा उठ गया अपनी आबरू बचाने में।।।।।। #nextlines