अपनी राहो का पता भेजो , फूल नहीं तो कांटे ही भेजो , तरसता हूं मैं अपनी सरजमीं ने भारत के लिए , कुछ तो रिश्ता है तुमसे , चलो कुछ नहीं तो एक दो फोटो ही भेजो ।। ©Pratham Anand #mankibaat said by a abroad Indian #prathamanand #booklover