हज़ार ख़्वाहिशों का बोझ लिए चलते हैं, बचपना दिल मे रखे है एक एक नई सोच लिए चलते है छोटी सी उम्र मे भारी भारी बोझ लिए चलते है मै लिखू क्या अपनी सपनो की कहानी अब हजारो ख्वाहिशो का सर मे बोझ लिए चलते है #ख्वाहिशो #का बोझ