इश्क़ की छुअन से यह क्या हुआ, एक शरर उठी तन बदन, खूबसूरत सच ने जिंदगी, जीने का मकसद मिल गया, लर्जिश-ए-बदन हुआ, ना परख कर मेरा शकेबा अब, मुझे हिकायत-ए- इंतजार का, अब कयाम चाहिए। शरर: चिंगारी लर्जिश-ए-बदन: कंपकंपाता बदन शकेबा: धीरज हिकायत-ए- इंतजार: इंतजार की कहानी कयाम: ठहराव #hua_h_ishq_tumse #competitionsbymanavi #yqdidi #yqbaba #yqquotes #competition #participate