वो लायक तो नहीं.. पर लोग सहेज रहे थे उसे लोग फरिश्ताओ की तरह! इस दौर में कलम की आबरु अब जमीं पर गिर पड़ी है .. खरीदे जा रहे थे पत्रकार वेश्याओं की तरह! संसद में थे कई ऐसे सफेद ताजपोश टोप वाले.. जो खुलेआम पूजे जा रहे थे मसिहाओं की तरह! #yqbaba #yqdidi #yqpolitics #journalism #yqhindi #yq