सिर्फ बड़ी सोच से ही नही मिलती मंजिल, मंजिल की खोज में घर से निकलना पड़ता है।। मिलती नहीं है यूँ ही बड़ी कामयाबी, हर छोटे बड़े संघर्ष से लड़ना पड़ता है।। देख किसी दूसरे की कामयाबी, उसे खुशनसीब बताना आसान होता है। घर से निकलो तो पता चलता है कि खोज में मंजिल के भटकना भी पड़ता है।। क्यों असफलताओं से डरकर बैठ जाते हो, उठो और उठकर फिर कोशिश करो।। सफलता मिल ही जाती है आखिरकार,, हारकर हर बार फिर खड़ा होना पड़ता है।। ©Narendra Naresh Rawat #inspirational #Poetry #lifestoryexperiences #Opinion #OpinionandThought