खिश्त दर खिश्त तराशकर बुत को इंसानी शक्ल देते हैं। खराश देते हैं ज़हन को इस क़दर इंसान को बुत में बदल देते हैं। प्रीति #तराशना #खराश # खिश्त: पत्थर #yqurdu #yqhindiurdu