इक शहर पुराना, मैं छोड़ आया हूँ, यादों का खजाना, मैं छोड़ आया हूँ, वो गुनगुनी धुप और सुरमयी शामें, वो मौसम सुहाना, मैं छोड़ आया हूँ!! वो सारा ज़माना, मैं छोड़ आया हूँ, लहरों का मुहाना, मैं छोड़ आया हूँ, कुछ यार थे मेरे और कुछ वादे अधुरे फिर मिलने का बहाना, मैं छोड़ आया हूँ!! मैं छोड़ आया हूँ!! #ahmedabad #yqdidi #yqdiary #yqhindi #yqhindiquotes #yqtravel #yqhindishayari