चाय की प्याली के खड़खड़ाने से रेलगाड़ी का पटरी पटकता शोर दबता चला गया ना जाने क्यूँ मैंने दो प्यालीयाँ मांगा ली शायद बिस्कुट देख कर बहक गया था बिस्कुट, जो तुम अक्सर चाय में डूबा कर खाती थीं मैंने भी कोशिश की, मगर मेरा बिस्कुट मेरे वजूद की तरह चाय में घुल गया तुम साथ होती थी तो हर सफ़र मुकम्मल था तुम्हारे बाद, मंज़िल भी तलाश है हर रेलगाड़ी मुझ से गुज़रती है हर स्टेशन मुझ से छूट जाता है #mera_aks_paraya_tha #मेरा_अक्स_पराया_था #railgadi #रेलगाड़ी #kavishala #hindinama #tassavuf