परदेस जाना तो शौक था अब वही शौक मजबूरी बन गई अपने गांव घर तो जाते हैं लेकिन एक मेहमान की तरह कुछ ही दिन में वापस आ जाते हैं, पुरानी यादें छोड़ कर ©Nandlal Kumar210 #परदेस जाना तो शौक था