गैरों से गिला करूँ भी तो क्या यहा तो हर बात पर दिल दुखाया जाता है.. इश्क़ नहीं रहा पहले जैसा, अब रूह की बजाय जिस्म दिखाया जाता है.. वो चिट्ठीयौ वाले ज़माने गए, अब तो बंद कमरों में प्यार जताया जाता है.. और शायरी पसंद थी उसे सुना है उसके बच्चों को भी मेरे शेर सुनाया जाता है.. उसने अपनी कसम देकर छुड़वा तो दी थी, अब हर शाम उसी की कसम दिलाकर मुझे जाम पिलाया जाता है... कब तक याद करता उस बेवफ़ा को अब तो आदत हो गई मुझे जबरदस्ती हर रात सुलाया जाता है.. इस कदर आदत हो गयी दर्द में मुस्कराने की, कि हर मुलाकात के बाद रुलाया जाता है... मुझे छोड़ने के बाद खुश हैं वो, किसी गैर के घर चिराग जलाकर मकां सजाया जाता है.. इश्क़ में मिले दर्द को जब पन्नों पर उतारता हूँ मुझे तो पागल बताया जाता है.. Aanu तेरे मरने पर बुलाया जाए उसे , सुना है मरने के बाद गले लगाया जाता है.. #AANU गले लगाया जाता है