आरोप की कोई रूप रेखा नहीं होती है, आरोपी की नींव उसकी जिंदगी के किस्सों में होती है। इंसान की होंद को नहीं रोलना चाहिए, उन किस्सों को हमें फ्रोलना चाहिए। आरोपी को मिटाने से नहीं मिटेगा गुनाह, और खतरनाक हो जाएगा अगर मिलेगी सजह। वह गुनाह है उसे ये समझाना होगा, अलग अलग तरीके से उसे एहसास दिलाना होगा। यह COLLAB के लिए खुला है।✨💫 अपने सुसज्जित विचारों व शब्दों के साथ इस पृष्ठभूमि को सजायेंl✒️✒️ • PROFOUND WRITERS द्वारा दी गई इस चुनौती को पूरा करें। 💎 • अपने दिल की भावनाओं को शब्दों में पिरोकर इस अद्भुत पृष्ठभूमि की सुंदरता बढ़ाएं।