" बारिश की बुँदे, ये निकलता हुआ धुवाँ तुझको आँखे मेरी ढूंढे,में फिर तेरा हुआ, तेरे लबो से छूकर, मिठाश बढ़ी थी, वो प्याली नुक्कड़ पे, जैसे ताज चढ़ी थी, अहसास गर्म हुआ, जो तूने छुआ, ये निकलता हुआ धुवाँ, तुझको आँखे मेरी ढूंढे में फिर तेरा हुआ !! -मन #rain #बारिश #इश्क़ #हिंदी #hindi