मेने उसको चाहा अपने दिल से जान से ना हुआ यकीन उसको क्या करू... मने सब कुछ मना उसको ना हुआ यकीं उसको क्या करूँ.... वो सोचता है भागता हूं मे उससे मने हर लम्हा उसके साथ चाहा ना हुआ यकीं उसको क्या करूँ..... में मरने को भी हूं तैयार जीने को भी हु तैयार स्थान उसके ना हुआ यकीं उसको ज्या करूँ..... आयुष्मान.... $ #यकीन #चाहा #जान #दिल #poetry #shayri #gazal