तुम्हारे होने मात्र से होती हों बेचैनियाँ किसी को, तो जी भारी न करना... चाँद के "होने मात्र से" उफनता हैं समन्दर आये रोज ! अपना आप रखना तुम संभाल कर. बिंदास... निखरना, जगमगाना तुम सोलह कलाओं के साथ ! #Believe_in_yourself ©Chandan Sharma-Virat तुम्हारे होने मात्र से होती हों बेचैनियाँ किसी को, तो जी भारी न करना... चाँद के "होने मात्र से" उफनता हैं समन्दर आये रोज !