यूनान-ओ-मिस्र-ओ-रूमा सब मिट गए जहाँ से। अब तक मगर है बाक़ी नाम-ओ-निशाँ हमारा ।। कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी। सदियों रहा है दुश्मन दौर- ए -ज़माँ हमारा।। - इक़बाल #rampujari #Iqbaal #देशभक्ति #India #Independence #15August #Poem #Shayari #Prem #Love