रिश्ते की शुरुआत छिपते थे वो जब हमसे उनको लगता हम नही देखते, पर उनको नही पता हमारी नज़र ही उनके दीदार को हमेशा तरसे, उनकी मुस्कान ही हम देखते। ये दिल उन्ही का है ये तन उनकी का बस उनकी एक इकरार को हम तरसते। हमारी नज़र उनके दीदार को हमेशा तरसे, हमारा मन भी उन्ही के लिए तरसे