तेरी झुकी नज़रों से कुछ करम कर देना, अपने इस गुस्ताख आशिक़ पर रेहम कर देना। के जवाब दे नहीं पाता तेरी अनगिनत बातों का, जो खो जाता हूं तेरे दीदार में। दे अगर तू सजा में मुझे घांव कोई, तो तू ही उस जख्म पर मरहम कर देना। #तेरी_झुकी_नज़रों_से_कुछ_करम_कर_देना, अपने इस गुस्ताख #आशिक़ पे #रेहम कर देना। के जवाब दे नहीं पाता तेरी अनगिनत बातों का, जो खो जाता हूं तेरे #दीदार में। दे अगर तू सजा में मुझे घांव कोई, तो तू ही उस जख्म पर #मरहम कर देना।