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ज़ख़्म गहरे मिले तन्हा शायर को दुनियाँ से, "मगर अफ़स

ज़ख़्म गहरे
मिले
तन्हा शायर को
दुनियाँ से,

"मगर अफ़सोस"

वो दुनिया
थी
कैद दिल की
चार दिवारी
मे।

©Ek tannha shayar #मेरी_दुनियाँ
#My_filings_my_words 
#एक_तन्हा_शायर  Writer kavi Gautam  Mohd Irfan  Vivek Yadav Hotel Royal Phoenix RRatnesh indori
ज़ख़्म गहरे
मिले
तन्हा शायर को
दुनियाँ से,

"मगर अफ़सोस"

वो दुनिया
थी
कैद दिल की
चार दिवारी
मे।

©Ek tannha shayar #मेरी_दुनियाँ
#My_filings_my_words 
#एक_तन्हा_शायर  Writer kavi Gautam  Mohd Irfan  Vivek Yadav Hotel Royal Phoenix RRatnesh indori