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पलकों से जो सुबह और शाम करती थी निगाहों से वो कतले

पलकों से जो सुबह और शाम करती थी
निगाहों से वो कतलेआम मचा गई। #पलक
पलकों से जो सुबह और शाम करती थी
निगाहों से वो कतलेआम मचा गई। #पलक